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"मेरी बड़ी बहन ने मुझे प्रेरित किया। जिस तरह उन्होंने अपने हाथों का इस्तेमाल किया उसे देखकर मैंने भी अपने पैर की उंगलियों का उसी तरह इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।"

सिक्किम के बिक्रम भट्टराई ने अपनी एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर हमारे साथ साझा की। यह अपनी खुली हथेली के बीच में आराम कर रही एक छोटी तितली के साथ एक हाथ को दिखाती है। तस्वीर विशेष रूप से मार्मिक हो जाती है जब दर्शक को पता चलता है कि इस 20 वर्षीय व्यक्ति ने हाथ की तस्वीर को केवल उन्हीं हाथों से बनाया है जो उसके पास हैं - यानि उनके पैर।
 
बिक्रम का जन्म गंगटोक, सिक्किम में बिना हाथों के हुआ था। पहाड़ी इलाके में यह एक कठिन जीवन था लेकिन उनके परिवार, सहपाठियों और साथी ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मदद की है। उनके पिता, नरपति भट्टराई एक कृषक हैं, जो कभी उनके अधीन 12 गाँवों के सरपंच थे। उनकी माँ जानुका एक सरकारी स्कूल में प्राइमरी स्कूल की टीचर हैं। उनके माता-पिता व्यस्त पेशेवर हैं, उनकी दादी सीता माया और उनकी बड़ी बहन अंजलि की उनके जीवन को आसान बनाने में बड़ी भूमिका थी।
 
बिक्रम ने अपनी स्कूली शिक्षा इंदिरा मेमोरियल अकेडमी और गवर्नमेंट सेकेंडरी स्कूल, समा लिंगडम, दोनों मुख्यधारा के संस्थानों में की। उन्होंने अपनी सीनियर सेकेंडरी स्कूली शिक्षा रंका में की, जहाँ उन्होंने अपनी बहन की तरह विज्ञान को चुना, जो अब रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर हैं। हालाँकि उन्होंने अच्छे अंक प्राप्त किये, उन्होंने तय किया कि उन्हें कला बेहतर पसंद है और अब वे नर बहादुर भंडारी गवर्नमेंट कॉलेज, ताडोंग में हिस्ट्री ऑनर्स कर रहे हैं।
 
यह उनके लिये एक लंबी यात्रा रही है, बहुत पहले जब उन्हें बिना सड़कों के उबड़-खाबड़ इलाके से होकर अपने स्कूल जाने के लिये आधा घंटे का रास्ता तय करना पड़ता था। वे कहते हैं कि ज़्यादातर दिन उनके पिता उन्हें अपने कंधों पर उठाकर ले जाते थे। लेकिन जब बारिश आई तो यह जोखिम भरा था। कुछ दिन, गाँव वाले उनकी सहायता के लिये आये, उन्हें स्कूल तक और स्कूल से ले गये। जैसे-जैसे वे बड़े होते गये, वे और अंजलि उनके साथ अपना बैग लेकर स्कूल जाने लगे। उनसे कुछ वर्ष बड़ी होने के कारण, वो हमेशा उनकी प्रेरणा रहीं। उन्हें एक छोटे बच्चे के रूप में अपने हाथों का उपयोग करते हुये देखकर, उन्होंने अपने पैरों और पैर की उंगलियों का उपयोग करना शुरू कर दिया, पहले चित्र बनाना और फिर पेंसिल का उपयोग करना सीखा।
 
उनके टीचर्स का भी बहुत बड़ा सहारा था। बिक्रम आभार के साथ अपनी टीचर गायत्री छेत्री को याद करते हैं, जिन्होंने उन्हें लिखना सिखाया था। सिक्किम सरकार ने उन्हें एक कुर्सी उपहार में दी थी लेकिन उसका उपयोग करना संभव नहीं था; इसलिए उनके प्रिन्सिपल जिग्मे भूटिया ने उनकी सुविधा के अनुसार इसे फिर से डिजाइन किया। उनके पिता ने फर्नीचर के अन्य टुकड़ों को अनुकूलित किया।
 
बिक्रम कहते हैं, स्कूल और कॉलेज के दौरान, उनके दोस्त हर कदम पर उनकी मदद करने के लिये मौजूद रहे। घर पर, उनकी माँ और बहन कपड़े पहनने में उनकी मदद करती हैं जबकि उनके पिता वॉशरूम में उनकी मदद करते हैं। वे कहते हैं कि उनकी दादी की उनके पालन-पोषण में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका रही है क्योंकि उनकी माँ कामकाजी हैं।
 
कला, बिक्रम का जुनून है। अपने खाली समय में वे स्केच बनाते हैं, उस पल की अपनी सारी भावनाओं को रचनात्मकता में डाल देते हैं। वे कविता भी लिखते हैं। उनके पास ताइक्वांडो के लिये एक अवसर  था लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि वे कला उनके लिये बेहतर है। उनके पास अब दो और सेमेस्टर हैं लेकिन वे अपने भविष्य को लेकर अनिर्णीत है क्योंकि वे इसके बारे में ज़्यादा नहीं सोचना चाहते। जब उनकी आकांक्षाओं के बारे में बात करने के लिये दबाव डाला गया, तो उन्होंने कहा कि वे बदलती रहती हैं (जैसा कि किसी भी युवा के साथ होता है)। शुरुआत में उन्होंने विज्ञान को चुना क्योंकि उस समय वे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनना चाहते थे। फिर उनकी रुचियां बदल गईं, उन्होंने बताया।
 
अपने खाली समय में, बिक्रम रैप गाते हैं और रैपर यामा बुड्डा, मैक फ़्लो और एमिनेम को सुनते हैं। वो उन सभी के बहुत आभारी हैं - उनका परिवार, दोस्त, स्कूल और कॉलेज के अधिकारी और सरकारी अधिकारी - जिन्होंने जीवन के सफर में उनकी मदद की।
 
बिक्रम ने कला, फुटबॉल, नृत्य, गायन और कविता के क्षेत्र में 40 से अधिक पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्राप्त किये हैं। उनमें से कुछ निम्न हैं:
•   उनका पहला पुरस्कार असाधारण उपलब्धियों के लिये राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, 2011 था; महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कला एवं चित्रकला के क्षेत्र में रजत पदक।
•   2012 में कोलकाता में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की स्वर्ण जयंती पर पुरस्कार।
•   राज्य स्तरीय विशेष ओलंपिक, 2017 में पुरस्कृत।
•   2021 में 10वीं कक्षा का पूर्वी जिला टॉपर पुरस्कार प्राप्त किया।
•   2022 में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, सिक्किम की ओर से पीडब्ल्यूडी स्टेट आइकन पुरस्कार।
•   2022 में सर्वश्रेष्ठ इन्फ्लुएंसर पुरस्कार।

तस्वीरें:

विक्की रॉय